शुक्रवार 21 दिसंबर, 2018
प्रवेश सभा – शाम 4.30 बजे।
स्वागत गीत – देव समाज कॉलेज ऑफ एजुकेशन, 36-बी, चंडीगढ़
सभापति – श्री मान जगदीश चंद्र भारद्वाज जी।
दूसरी सभा – रात्रि 6.00 बजे।
भक्ति संगीत गायन
प्रतिभागी – देव समाज कॉलेजो के विद्यार्थी।
सभापति – श्रीमान हुकम सिंह जी चौहान।
मंच संचालिक – श्रीमती संगीता नटराजन जी
शनिवार 22 दिसम्बर, 2018
प्रथम सभा – प्रात: 9.30 बजे।
सभापति – डा. ( श्रीमती ) मधु पाराशर जी
विषय – देवात्मा के लासानी जीवन में त्यागी की महिमा
दूसरी सभा – प्रात: 11.00 बजे।
भक्ति संगीत गायन
प्रतिभागी – देव समाज स्कूलों के विद्यार्थी
सभापति – श्रीमान बचित्तर सिंह जी।
मंच संचालिक – श्रीमती सबीहा ढिल्लों मांगट।
तीसरी सभा सायं 5.00 बजे।
सभापति – डा. ( श्रीमती ) अगनीज जी ढिल्लों।
विषय – क्या हम सुरक्षित हैं।
इतवार 23 दिसम्बर, 2018 महोत्सव का विशेष दिन
प्रातः 6.30 बजे से सूर्यौदय के समय घड़ियाल वादन, जय ध्वनि, भजन गायन। परम पूजनीय भगवान देवात्मा की पावन छवि के सन्मुख पुष्पहार अर्पण तथा बैंड वादन।
महासभा – प्रातः 9.30 बजे
सभापति – श्रीमान निर्मल सिंह जी ढिल्लों।
विषय – देव जीवनधारी देवात्मा
धन और जन की अपील।
रक्तदान शिविर – प्रातः 11.00 बजे
देव समाज कॉलेज ऑफ एजुकेशन, 36-बी, चंडीगढ़।
दूसरी सभा – बच्चों की सभा दोपहर 1.30 बजे
सभापति – श्रीमान के. नटराजन जी।
मंच संचालिक – डॉ. श्रीमती सुनीता रंगबुल्ला जी।
नोट: इस सभा में देव समाज परिवारों के 12 वर्ष तक की आयु के बच्चे भाग लेंगे तथा भगवन देवात्मा की महिमा सम्बन्धी भजन व कविताए सुनाएंगे।
तीसरी सभा – शाम 4.30 बजे
सभापति – श्रीमान राम विलास पांडेय जी।
विषय – परम आवश्यक जीवन दायक मेरे भगवान का सम्बन्ध।
चौथी सभा – रात 6.30 बजे
नाटक मंचन
प्रतिभागी – देव समाज मॉडर्न स्कूल, नेहरू नगर एवं देव समाज मॉडर्न स्कूल , सुखदेव विहार नई दिल्ली।
सभापति – श्रीमान जतिंदर सिंह सिद्धू।
मंच संचालक – श्रीमान मनोज मदान जी।
सोमवार 24 दिसम्बर, 2018
प्रथम सभा – प्रात: 9.00 बजे।
सभापति – श्रीमान डॉ. रमेश चंद्र जी गर्ग।
विषय – नये सेवको का ग्रहण, श्रेणियों में उन्नति एवं पारिवारिक अनुष्ठान।
भाव प्रकाश – प्रातः 10.00 बजे।
सभापति – श्रीमान मनोज मदान जी।
विषय – महोत्सव से पाये हुए लाभों का वर्णन किया जाएगा।
दूसरी सभा – दोपहर 12.00 बजे।
विषय – प्रतिनिधि सभा का निर्वाचन होगा एवं अंत में देव आरती का गान एवं जय ध्वनि।